नेशनल थॉट्स डेस्क। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। सरकार के इस सत्र में नागरिकता (संशोधन) विधयेक 2019 मुख्य एजेंडा में शामिल है। मोदी सरकार इस सत्र के दौरान नागरिकता (संशोधन) विधयेक को पास करवाना चाहेगी। वहीं विपक्षी दल आर्थिक सुस्ती और कश्मीर में स्थिति को लेकर केंद्र को घेरने की तैयारी में हैं। इसे लेकर गर्मागर्म बहस होने के आसार हैं। शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे अमित शाह सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी बोले- वाद हो विवाद हो संवाद हो संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संवोधित किया।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि साल 2019 का यह आखिरी सत्र है और यह बहुत महत्वपूर्ण सत्र है क्योंकि यह राज्यसभा का 250वां सत्र है। इस सत्र के दौरान, 26 तारीख को हम संविधान दिवस भी है। हमारे संविधान को 70 वर्ष पूरे हो जाएंगे। सभी मु्द्दों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए। पीएम मोदी ने सकारात्मक भूमिका लिए सभी सांसदों का आभार व्यक्त किया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी मुद्दों पर खुलकर बहस को तैयार हैं। वाद हो विवाद हो संवाद हो। भारत के विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर रचनात्मक बहस करेंगे पीएम मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में भाग लिया।
इस अवसर पर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे और उन्होंने संसद के आगामी सत्र में अपने विचार रखे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार हम राज्यसभा के 250वें सत्र को मार्क कर रहे हैं। दोनों सदनों में, हम नागरिकों को सशक्त बनाने और भारत के विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर रचनात्मक बहस करेंगे। हमारी पार्टी आगामी संसदीय सत्र का उपयोग विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर हमारे विचारों को आगे बढ़ाने और लोगों के जीवन को बदलने में योगदान देगी। पीएम मोदी ने आगे कहा कि एनडीए की बहुत अच्छी बैठक थी। बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बीते शनिवार को सभी दलों से सदन को लगातार चलाने के लिए अपील की थी। उन्होंने कहा कि विभिन्न दलों के फ्लोर नेताओं ने विभिन्न मुद्दों का उल्लेख किया है, जो कि 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में रखे जाएंगे।