ASTROLOGY TODAY 12 SEPTEMBER, 2019 IN HINDI
NATIONAL THOUGHTS
विक्रम संवत 2076 , शक संवत 1941, ” प्रमाथी ” नाम सम्वत्सर , शरद ऋतु , रवि दक्षिणायन उत्तरगोले ।
- मास – भाद्रपद
- पक्ष – शुक्ल
- तिथि – चतुर्दशी
- दिन — गुरुवार
- नक्षत्र — धनिष्ठा
- योग — शुभ
- करण — गर
आज के व्रत , पर्वोत्सव :- अनन्त चतुर्दशी , गणेश विसर्जन ।
12 सितंबर 2019 को सूर्योदय और सूर्यास्त के समय ।
- सूर्योदय – 06:08:00
- सूर्यास्त – 18:26:00
अभिजीत मुहूर्त
मध्यम मान में 11:36 से 12:24 के मध्य अभिजीत मुहूर्त वर्तमान रहता है । जिसमें सभी प्रकार के दोषों के निवारण की क्षमता मानी जाती है । किसी भी मुहूर्त विशेष में लग्न की शुद्धता परिलक्षित न होती हो तो अभिजीत मुहूर्त में शुभ कार्य सम्पादित किये जा सकते हैं ।
आज का राहुकाल :– 13:30:00 से 15:00:00 तक
नोट :-- इस वर्ष मिथुन में राहु और धनु राशि में केतु अपनी उच्च स्थिति में रहेंगे । दोनों राशियाँ अन्य ग्रहचाल के प्रभाव से भी दूषित रहेंगी , किसके फलस्वरूप अनावश्यक चिंता , मन दुखी , पड़ोसियों या अपने उच्च अधिकारियों से अनबन हो सकती है ।किंतु अपने कर्तव्य पर दृढ़ रहें । इस वर्ष में लाभ विशेष रूप से रहेगा ।
आज 12 सितंबर 2019 को इन राशियों पर होने वाले ग्रहों का प्रभाव …..
मेष राशि – ( चु, चे, चो,ला,ली, लू, ले, लो, अ,दे दो ) स्वास्थ में विशेष लाभ , आर्थिक योजनाएं बनें और विवादों का निबटारा हो ।
वृष राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वि, वु,) सुख में विशेष वृद्धि , और संतान पक्ष और विद्या से लाभ हो।
मिथुन राशि ( वे ,वो, क, की,कू, ध,ड, छ) आत्मविश्वास और सुखभाव प्रबल रहे तथा पराक्रम में विशेष महत्व बढ़े ।
कर्क राशि( के ,को,हा, ही,हू, हे, हो,डा) पराक्रम और बुद्धिमता से लाभ हो ।
सिंह राशि ( डी, डू, डे, डो, मा, मी, मू,में,मो, टा, टी,टु) अपने शुभ समय का भरपूर लाभ लें , भाग्य प्रबल है।
कन्या राशि (टे, टो , पा, पी, पू, ष, ण, ठ ) अपने उच्चतम शुभ काल का पूर्ण लाभ लें ।
तुला राशि ( पे, पो,रा, री,रु,रे,रो ता ) लाभ ही लाभ हो पर मानसिक कष्ट हो , शत्रु प्रबल रहेंगे।
वृश्चिक राशि ( ती, तू, ते, ,तो, ना, नी, नू, ने ) लाभ भाव तो प्रबल रहेगा , पर शत्रु भी प्रबल रहेंगे।
धनु राशि ( नो, या, यी, यू, ये,यो,भा,भी,भू,धा,फ़ा,ढा) यश मिले , विवाद निबटें , शत्रुओं पर विजय हो।
मकर राशि ( भे,भो,ज,जी,खी, खु, खे, खो) विवादों में सफलता , आर्थिक पक्ष प्रबल हो।
कुम्भ राशि (गा, गी, गु,गे, गो,गा, सा,सी,सु) मानसिक और आर्थिक कष्टों से उभरेंगे ।
मीन राशि( से, सो,द,दी, दू, थ,झ,ञ) लाभ और यश मिले, सभी से सहयोग भी ।
दैवज्ञ की दृष्टि में संसार चक्र …..
भाद्रपद मास में पाँच शुक्रवार होने से , प्रजाजनों में सौहार्द और मैत्री भाव बना रहेगा । सूर्य के साथ अन्य शुभ ग्रहयोग होने से नए विवाद राजनीतिक या सामाजिक रूप से उभरेंगे जिन्हें सरकार दृढ़ता से सामना करेगी ।अंतरराष्ट्रीय समाज में भारत का स्थान महत्वपूर्ण होगा । राजनीति में उठापटक रहेगी। धार्मिक उपद्रव होने के भी संकेत हैं । पश्चिमी सीमा पर गर्मागर्मी हो सकती है ।
तेजी मंदी विचार……
क्योंकि शुक्ल पक्ष में ही एक तिथि बढ़ रही है और एक तिथि घट भी रही है तो …
- एक ही पक्ष में तिथि बड़े , और उसमें ही घट जाए ।
- सभी माल मंदा बिके , महँगाई घट जाए ।।
- ऐसी मान्यता है । तिथि घट-बढ़ होने से बाज़ार भाव सामान्य ही रहेंगे ।
- इस पखवाड़े भाद्रपद मास का नवीन चन्द्रदर्शन हुआ है , यह शनिवारी है ,
- व्यापारी वर्ग को भावों में घटा-बढ़ी से आश्चर्य हो ।चन्द्र दर्शन ४५ मुहूर्ति होने से वर्षा उत्तम हो तथा खेती में सुधार ,
- गेहूं, चना, जौ,धान,घी,तेल,कपास, रस के भावों में मंदी की संभावना रहेगी ।
- शनिवारीय चन्द्रदर्शन से रुई,सूत, वस्त्र,चाँदी, सोना,सरसों मूँगफली में अच्छी तेज़ी रहेगी ।
- अन्न में तेज़ी , चौपाये के व्यापारियों को हानि का संयोग ।
- पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र होने से अनाजों में हल्की मंदी, सरसों, तेल,गुड़,कपास में तेजी के संकेत हैं।
—:दिशा शूल विचार :–
आप जब भी बाहर की यात्रा के लिए जाए तो कार्य सफलता के लिए दिशा शूल का विचार करके जाए ताकि आने वाली परेशानी से बचा जा सके।किस दिन हमे कहाँ नही जाना चाहिए
- सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा
- रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा
- मंगल वार और बुधवार को उत्तर दिशा
- गुरु वार को दक्षिण दिशा
- सोमवार और गुरूवार को (अग्नि कोण ) South East
- रविवार और शुक्रवार को ( नैरत्य ) South West
- मंगलवार को ( वायव्य ) Northorth West
- बुध और शनि को (ईशान ) North East
बुध को उत्तर दिशा का स्वामी होते हुए भी बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा निषेध है.
आचार्य भारत भूषण गौड़