नई दिल्ली || नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से सरकारी विभागों में धोखाधड़ी की जांच- पड़ताल के लिए केन्द्र सरकार अब और अधिक सख्त हो गई है। केन्द्र सरकार ने नए तकनीकी तौर-तरीके विकसित करने और देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में अहम भूमिका निभाने को कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षकों के एक सम्मेलनको संबोधित कर रहे थे। पीएम ने कहा कि गांधी जी कहते थे कि जिस तरह व्यक्ति अपनी पीठ नहीं देख सकता उसी तरह व्यक्ति को अपनी त्रुटियों को देखना बड़ा मुश्किल होता है। आप सभी वो दिग्गज हैं जो आईना लेकर सरकारी व्यवस्थाओं के सामने खड़े हो जाते हैं और कमियों और गलतियों को बताते हैं।
उन्होंने परीक्षकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि आपको सिर्फ आंकड़ों और प्रक्रिया तक ही इस संगठन को सीमित नहीं रहना है, बल्कि वाकई में गुड गवर्नेंस के एक क्रिस्टल के रूप में आगे आना है। CAG को CAG Plus बनाने के सुझाव पर आप गंभीरता से अमल कर रहे हैं, ये खुशी की बात है। CAG की जिम्मेदारी इसलिए भी अधिक है क्योंकि आप देश और समाज के आर्थिक आचरण को पवित्र रखने में अहम भूमिका निभाते हैं और इसलिए आपसे उम्मीदें भी अधिक रहती हैं। मोदी ने कहा कि बीते कुछ सालों में सरकारी विभागों में Fraud से निपटने के लिए अनेक प्रयास हुए हैं। अब CAG को ऐसे टेक्निकल टूल्स डेवलप करने होंगे ताकि संस्थानों में Fraud के लिए कोई गुंजाइश न बचे। मुझे विश्वास है कि CAG देश की तमाम अपेक्षाओं पर खरा उतरेगी और New India को Clean India बनाने में सशक्त करेगी।