मुख्य बातें
- स्वामी चिन्मयानंद को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया
- लॉ की एक छात्रा से यौन शोषण का गंभीर आरोप मामले से जुड़ा वीडियो भी वायरल
- SIT की टीम ने करीब 7 घंटे तक स्वामी चिन्मयानंद से की थी पूछताछ।
- साक्ष्य एकत्र करने के बाद गिरफ्तारी की गई है। पुलिस के पास मजबूत साक्ष्य हैं।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने चिन्मयानंद को शाहजहांपुर से गिरफ्तार किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर लॉ की एक छात्रा से यौन शोषण का गंभीर आरोप है साथ ही इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। छात्रा के बयान के बाद कुछ दिन पहले ही SIT की टीम ने करीब 7 घंटे तक स्वामी चिन्मयानंद से पूछताछ की थी। जिसके तहत मामले में कार्यवाही न होता देख कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार को कटघरे में खड़े कर रही थी।
लॉ की एक छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इन आरोपों के सिलसिले में पिछले शुक्रवार को SIT की टीम ने करीब 7 घंटे तक स्वामी चिन्मयानंद से पूछताछ की थी। स्वामी चिन्मयानंद से पुलिस लाइन में स्थित एसआईटी के दफ्तर में पूछताछ की गई थी।
शाहजहांपुर यौन शोषण केस के बाद विपक्ष के रडार पर भाजपा को इससे पहले उन्नाव के सेंगर कांड पर भी तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। फिलहाल कुलदीप सेंगर पुलिस की गिरफ्त में।
एसआईटी की टीम ने कॉलेज के हॉस्टल के कमरे में मिले साक्ष्यों के आधार पर भी स्वामी चिन्मयानंद से पूछताछ की थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के गिरफ्तारी के बाद उनकी वकील पूजा सिंह ने बताया कि उनके मुवक्किल को उनके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वे न्यायिक प्रक्रिया के मुताबिक अगला कदम उठाएंगी। उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो के सही पाए जाने पर चिन्मयानंद पर कार्यवाही की गई है। पत्रकारों से बातचीत में प्रशासन ने कहा कि सभी साक्ष्य एकत्र करने के बाद गिरफ्तारी की गई है। पुलिस के पास मजबूत साक्ष्य हैं।