नई दिल्ली में नियामक दस्तावेजों पर जागरूकता बढ़ाने को लेकर 100 घरेलू उद्योगों, विनिर्माताओं, विभिन्न क्षेत्रों के परिसंघों के प्रतिनिधियों और उपयोगकर्ताओं के साथ केन्द्रीय रेल मंत्री और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने प्रभावी व्यापार नीतियों पर विचार-विमर्श किया। मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया। जिसका उद्देश्य उद्योग जगत की समस्याओं का समाधान निकालना था। बैठक में केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और सोमप्रकाश भी उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि बैठक का उद्देश्य सभी हितधारकों को नियामक दस्तावेजों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है और एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है, जहां घरेलू उद्योग जगत की समस्याओं का उचित समाधान निकाला जा सके। उद्योग जगत की इस बैठक में टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों एवं उद्योग समाधान उपायों जैसे उद्योग नीति दस्तावेजों के बेहतर उपयोग पर चर्चा एवं इससे संबंधित समस्याओं पर चर्चा की गई। इसके अलावा अन्य देशों द्वारा लागू की गई नीतियों पर भी चर्चा हुई। इस संदर्भ में यह पाया गया कि विकसित देश टैरिफ उपायों की तुलना में गैर-टैरिफ उपायों का अधिक उपयोग करते है।
उद्योग जगत की समस्याओं और उनके समाधान पर आधारित इस बैठक में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, कोयला, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, कृषि सहयोग और किसान कल्याण मंत्रालय तथा खान, कपड़ा, नई और नवीकरणीय ऊर्जा, नागरिक उड्डयन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, इस्पात, शिपिंग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, दूरसंचार, उर्वरक, भारी उद्योग, उद्योग व आंतरिक व्यापार संवर्धन, रसायन और पेट्रो रसायन, औषधि, पशुपालन एवं डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और समस्याओं को समझ कर समाधान के लिए अपनी-अपनी राय साझा की।