नई दिल्ली || आम आमदी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के लिए सीधे-सीधे केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है। जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘जेएनयू की घटना के पीछ मानव संसाधन विकास मंत्री और गृह मंत्री दोनों शामिल हैं। यह आधिकारिक रूप से प्रयोजित गुंडागर्दी थी। 72 घंटे हो गए, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।’ उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जिनकी पहचान हो गई है उनको गिरफ्तार किया जाए। यह भी साफ है कि इस कुलपति के रहते सामान्य स्थिति नहीं हो सकती। इस कुलपति का त्याग पत्र लेना जरूरी है। रमेश ने यह भी कहा कि छात्रों की जो मांगें हैं उन पर भी विचार होना चाहिए।
राजनायकों के कश्मीर दौरे पर बोले जयराम रमेश, पूछा ज़रुरत क्या है
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के दौरान मुंबई में ‘फ्री कश्मीर’ वाले पोस्टर पर उन्होंने कहा कि जो भी कानून के दायरे से बाहर होगा, कांग्रेस उसके खिलाफ है। बता दें इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस का समर्थन करते हुए कहा था कि जेएनयू मामले में पुलिस क्या कर सकती है जब उन्हें ऊपर से ही आदेश हो तो, किसी को सस्पेंड थोड़े होना है। वहीं कांग्रेस नेता द्वारा सीधे-सीधे अमित शाह और शिक्षा मंत्री को घेरना केंद्र सरकार के लिए सरदर्दी बन सकता है। इसके अलावा जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी आपत्ति राजनयिकों के इस दौरे के विषय में नहीं है। हमारी आपत्ति यह है कि जब हमारे नेता और सांसद जम्मू-कश्मीर में नहीं जा सकते तो फिर दूसरे देशों के राजदूतों को ले जाने का क्या मतलब है।’