प्रगति दूत /दिग्विजय कुमार सिंह – पूरी विश्व में हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की सबसे पहले घोषणा 1989 में की गई थी. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति सचेत करने का है. अगर जनसंख्या लगातार इसी तरह बढ़ते रही तो दुनिया में बहुत बड़ा संकट आ सकता है.
यह दिन हमें याद दिलाता है कि बढ़ती जनसंख्या को रोकना हमारा नैतिक कर्तव्य है. भारत में भी जनसंख्या वृद्धि दर काफी तेज है. एक रिपोर्ट के अनुसार अगर भारत में जनसंख्या इसी तरह बढ़ते रही तो भारत जनसंख्या के मामले में चीन से आगे निकल जाएगा. इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या चीन की है. चीन के बाद दूसरे पायदान पर भारत है और भारत के बाद तीसरे पायदान पर अमेरिका है.
*जनसंख्या विस्फोट से विनाश आएगा और सब कुछ अपने साथ ले जाएगा.
*आबादी पर करो नियंत्रण, तरक्की को दो आमंत्रण| (विश्व जनसंख्या दिवस 2020)
*बच्चों को ईश्वर का उपहार ना बताओ, आबादी को बढ़ाकर प्रकृति का उपहास ना उड़ाओ.
आइए जानें जनसंख्या वृद्धि के कारण :
1. आज भी हमारे देश में कई ऐसे पिछड़े इलाके व गांव हैं, जहां बाल विवाह की परंपरा प्रचलित है जिसके कारण कम उम्र से ही बच्चे पैदा होने शुरू हो जाते हैं, फलस्वरूप अधिक बच्चे पैदा होते हैं।
2. शिक्षा का अभाव जनसंख्या वृद्धि की एक बड़ी वजह है।
3. रूढ़िवादी सोच और पुरुष-प्रधान समाज में लड़के की चाह में लोग कई बच्चे पैदा कर लेते हैं।.
4. आज भी कई ऐसी जगहें हैं, जहां बड़े-बुजुर्गों की ऐसी सोच होती है कि यदि उनकी पुश्तैनी धन-संपत्ति अधिक है, तो उसे आगे बढ़ाने और संभालने के लिए ज्यादा लड़के पैदा किए जाएं। कई मामलों में शादीशुदा जोड़ों पर बच्चे पैदा करने का दबाव तक बनाया जाता है।
5. आज भी लड़कियों को गर्भ निरोधक के उपाय संबंधित जानकारी शादी के पहले नहीं दी जाती है और कई मामलों में शादी के बाद भी कैसे अनचाहे गर्भ से बचें, उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं होती है।
6. गरीबी भी जनसंख्या बढ़ने का मूल कारण है।
7. हमारे देश में बहुत से बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। रोजगार की समस्या, यह साफतौर पर बताता है कि आपके बच्चे और देश के विकास में ज्यादा जनसंख्या रुकावट बनती है।
जनसंख्या बढ़ने व अधिक बच्चे पैदा करने से क्या नुकसान हैं?
1. घर-घर तक पहुंचकर लोगों को जनसंख्या रोकने के तरीके व विकल्प बताएं।
2. युवाओं का 25-30 की उम्र से पहले विवाह न करें और 2 बच्चों के बीच कम से कम 5 साल का अंतर रखने की वजह समझाएं।
3. जनसंख्या वृद्धि की रोकथाम के लिए इसे सामाजिक और धार्मिक स्तर पर जोड़ें।
4. अधिक बच्चे पैदा करने वालों का सामाजिक स्तर पर बहिष्कार करें, क्योंकि दूसरे भी यदि ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं, तो इसका असर आपके बच्चों के भविष्य पर भी पड़ेगा। आपके बच्चों के लिए प्रतिस्पर्धा ज्यादा होगी और देश में बेरोजगार होने की आशंका बढ़ेगी।