जो व्यापारी धनवान हो कर भी कंजूस हो
अतिथि का सत्कार न करता हो
शिव जी की भक्ति न करता हो
वह व्यापारी अपमान के योग्य है |

Related posts
Click to comment
जो व्यापारी धनवान हो कर भी कंजूस हो
अतिथि का सत्कार न करता हो
शिव जी की भक्ति न करता हो
वह व्यापारी अपमान के योग्य है |