जिस माया ने सबको उलझा रखा है वो माया क्या है ?
रामायण में बताया गया कि तू और तेरा – मैं और मेरा बस यही माया है
जो इस तेरा – मेरा के चक्कर से निकल गया उस को माया नहीं उलझा सकती
जिस माया ने सबको उलझा रखा है वो माया क्या है ?
रामायण में बताया गया कि तू और तेरा – मैं और मेरा बस यही माया है
जो इस तेरा – मेरा के चक्कर से निकल गया उस को माया नहीं उलझा सकती