महाराष्ट्र में मुस्लिम आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के बाद गठबंधन सरकार में मतभेद सामने आ गए हैं। उद्धव ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उनके सामने नहीं आया है। इसके बाद कांग्रेस नेता और कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण सामने आए और कहा कि वे मुस्लिमों को आरक्षण देकर रहेंगे। राज्य में चल रहे खींचतान के बीचे बीजेपी भी इसमें कूद गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुगंतीवार ने कहा कि मुस्लिम आरक्षण को लेकर अगर कांग्रेस और एनसीपाी शिवसेना का साथ छोड़ देती है तो बीजेपी उनका साथ देगी। मीडिया से बात करते हुए मुगंतीवार ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं दिया जा सकता। राज्य के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘शिवसेना ने जो रूख अपनाया है वह सही है, वे संविधान की बात कर रहे हैं। संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देता है। अगर धर्म के आधार पर ही आरक्षण दिया जाना है तो सिखों और ईसाइयों ने क्या गलती की है?
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उद्धव जी ने बहुत सही रूख अपनाया है। शिवसेना के साथ हमरा गठबंधन सिद्धांत पर आधारित था। अगर कांग्रेस और राकांपा इस मुद्दे पर दबाव बना रहे हैं तो शिवसेना को चिंता नहीं करना चाहिए। अगर वे सरकार छोड़ भी देते हैं तो, हम इस विषय की हद में रहते हुए सरकार का साथ देंगे।